Rajasthan CET Passing Marks:राजस्थान CET न्यूनतम पासिंग मार्क्स का नियम लागू किया गया है जिसमें आपको अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से न्यूनतम अंक लाने जरूरी हैं, उसी के हिसाब से उम्मीदवारों को राजस्थान CET में पास किया जाएगा और आगे की भर्तियों में मौका दिया जाएगा।
राजस्थान कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट के तहत ग्रेजुएशन लेवल और सीनियर सेकेंडरी लेवल की दो परीक्षाएं आयोजित की गई हैं और दोनों में ही न्यूनतम पासिंग मार्क्स का नियम लागू किया गया है, जिसके आधार पर सभी उम्मीदवारों को पास किया जाएगा। यहां हमने सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों और अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों दोनों के लिए अलग-अलग कैटेगरी वाइज पासिंग मार्क्स निर्धारित किए हैं, जो हम आपको यहां बता रहे हैं।
राजस्थान CET पासिंग मार्क्स
सबसे पहले आपको बता दें कि पिछली राजस्थान कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट में 15 गुना का नियम लागू किया गया था, यानी एक भर्ती सीट पर पास होने के बाद अभ्यर्थी आवश्यक अभ्यर्थियों की संख्या से 15 गुना आवेदन पत्र भर सकते थे, इसमें बहुत कम अभ्यर्थियों को अवसर मिलता था, इसलिए इस बार राजस्थान CET में न्यूनतम पासिंग मार्क्स तय किए गए हैं, ताकि अधिक से अधिक अभ्यर्थी भाग ले सकें।
राजस्थान CET न्यूनतम पासिंग मार्क्स की बात करें तो इसमें पांच कैटेगरी को शामिल किया गया है, सामान्य श्रेणी, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति। इसमें सामान्य श्रेणी और अन्य पिछड़ा वर्ग, इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 120 अंक पासिंग मार्क्स लाना जरूरी है, यानी 40% अंक लाना जरूरी रखा गया है।
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वहीं अगर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की बात करें तो उनके लिए कम से कम 105 अंक लाना जरूरी है, इस आधार पर कम से कम 35% अंक लाना जरूरी रखा गया है।
नए नियमों के लागू होने से चयन प्रक्रिया में कुछ अहम बदलाव होंगे
15 गुना नियम हटने से चयन प्रक्रिया में ज्यादा अभ्यर्थी हिस्सा ले सकेंगे, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और चयन प्रक्रिया की गुणवत्ता में सुधार होगा।
न्यूनतम अंक नियम लागू होने से सभी अभ्यर्थियों के लिए एक समान आधार तय होगा, जिससे चयन प्रक्रिया और पारदर्शी और निष्पक्ष होगी।
न्यूनतम अंक नियम लागू होने से अभ्यर्थियों के लिए पात्रता का एक मानक तय हो जाएगा, जिससे योग्य अभ्यर्थी ही आगे की चयन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे।